वेदों में एक भी ऐसा मंत्र नहीं लिखा है कि जो ईश्वर के अनेक होने की घोषणा करता हो। वेदों के अनुसार ईश्वर और मानव के बीच किसी 'एजेंट' की जरूरत नहीं है। जैसे कि अन्य धर्मों में प्रॉफेट, गुरु या धर्मगुरु होते हैं। ईश्वर का कोई पुत्र नहीं है और ईश्वर का ...
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