वेद खो गए, तो हिंदू भटक गए...
वेद संसार की प्रथम धार्मिक, वैज्ञानिक, सामाजिक और राजनीतिक पुस्तक है। वेदों में सबकुछ है। वेद से बाहर कुछ भी नहीं। वेदों को ईश्वर की वाणी माना जाता है। ईश्वर की इस वाणी के पहली बार चार ऋषियों ने सुना...
View Articleकितना प्राचीन है हिन्दू धर्मग्रंथ वेद, जानिए...
वेद मानव सभ्यता के लगभग सबसे पुराने लिखित दस्तावेज हैं। वेदों की 28 हजार पांडुलिपियां भारत में पुणे के 'भंडारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट' में रखी हुई हैं। इनमें से ऋग्वेद की 30 पांडुलिपियां बहुत ही...
View Articleवेद का अर्थ और किसने सुने वेद, जानिए
''वह परम पुरुष जो निस्वार्थता का प्रतीक है, जो सारे संसार को नियंत्रण में रखता है, हर जगह मौजूद है और सब देवताओं का भी देवता है, एक मात्र वही सुख देने वाला है। जो उसे नहीं समझते वो दुःख में डूबे रहते...
View Articleवेद एकेश्वरवादी या अनेकेश्वरवादी हैं?
वेदों में एक भी ऐसा मंत्र नहीं लिखा है कि जो ईश्वर के अनेक होने की घोषणा करता हो। वेदों के अनुसार ईश्वर और मानव के बीच किसी 'एजेंट' की जरूरत नहीं है। जैसे कि अन्य धर्मों में प्रॉफेट, गुरु या धर्मगुरु...
View Articleपुरान मिथ्या या सच, जानिए
वेद और पुराण में भेद है। इतिहास और पुराण में भी भेद है। वेद और स्मृतियों और संहिताओं में भी भेद हैं। हिंदुओं को यह अच्छे से जान लेना चाहिए कि पुराण, रामायण, महाभारत, स्मृतियां, संहिताएं आदि सभी...
View Articleपुराणों की संख्या, सच और उनका इतिहास-1
पुराण किसने लिखे, कब लिखे, कितनी है पुराणों की संख्या और क्या यह अप्रमाणिक ग्रंथ हैं? दूसरा सवाल कि क्या पुराणों में समय-समय पर संशोधन किए गए हैं? तीसरा सवाल कि क्या पुराण काल्पनिक ग्रंथ हैं? ऐसे कई...
View Articleवेद के बाद मनुस्मृति कितनी पुरानी, जानिए
वेदों के बाद मनुस्मृति को हिन्दुओं का प्रमुख ग्रंथ माना गया है। मनुस्मृति में वेदसम्मत वाणी का खुलासा किया गया है। वेद को कोई अच्छे से समझता या समझाता है तो वह है मनुस्मृति। यह मनस्मृति पुस्तक महाभारत...
View Articleहिन्दू धर्मग्रंथ वेद और शूद्र
वेदों के बारे में फैलाई गई भ्रांतियों में से एक यह भी है कि वे ब्राह्मणवादी ग्रंथ हैं और शूद्रों को अछूत मानते हैं। जातिवाद की जड़ भी वेदों में बताई जा रही है और इन्हीं विषैले विचारों पर दलित आंदोलन इस...
View Articleहिन्दू धर्मग्रंथ 'वेद' को जानिए...
वेद मानव सभ्यता के लगभग सबसे पुराने लिखित दस्तावेज हैं। वेदों की 28 हजार पांडुलिपियां भारत में पुणे के 'भंडारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट' में रखी हुई हैं। इनमें से ऋग्वेद की 30 पांडुलिपियां बहुत ही...
View Articleकामसूत्र से पहले लिखा गया कामशास्त्र किसने लिखा?
काम शास्त्र (kamasutra in hindi ) : हिन्दू धर्म के चार सिद्धांत धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष में से काम के कई अर्थ है। काम का अर्थ कार्य, इच्छा और आनंद से है। प्रत्येक हिन्दू को सर्वप्रथम धर्म का ज्ञान...
View Articleवेद के बाद मनुस्मृति कितनी पुरानी, जानिए
वेदों के बाद मनुस्मृति को हिन्दुओं का प्रमुख ग्रंथ माना गया है। मनुस्मृति में वेदसम्मत वाणी का खुलासा किया गया है। वेद को कोई अच्छे से समझता या समझाता है तो वह है मनुस्मृति। यह मनस्मृति पुस्तक महाभारत...
View Articleहिन्दू धर्म के प्रमुख स्मृति ग्रंथ, जानिए...
ये तो सभी जानते हैं कि वेद ही हिन्दुओं के धर्मग्रंथ हैं। वेद 4 हैं- ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद। उक्त चारों वेदों के ज्ञान को व्यवस्थित या विषयबद्ध कर ऋषियों ने लोगों को समझाया। जिस ऋषि ने...
View Articleजीवन से जुड़े वेदों के 15 श्लोक....
दार्शनिकों, संतों, साहित्यकारों, नीतिज्ञों और वैज्ञानिकों के विचारों को पढ़कर जीवन में बहुत लाभ मिलता है। मौर्यकाल में जहां नीतिज्ञों में चाणक्य का नाम विख्यात था, वहीं दार्शनिकों और मनोवैज्ञानिकों में...
View Articleश्रीकृष्ण की गीता के अलावा महाभारत में हैं ये 6 और गीता
महाभारत युग में युद्ध और उस काल की विषम परिस्थितियों में भी ज्ञान की गंगाएं बही थीं। महाभारत को पंचमवेद कहा गया है। महाभारत में वह सबकुछ है जो आप सोच सकते हैं और वह सब कुछ भी है तो कोई दूसरा सोच सकता...
View Articleवेद की मानें या पुराण की?
उत्तर : हिन्दू धर्म के एकमात्र धर्मग्रंथ है वेद। वेदों के 4 भाग हैं- ऋग, यजु, साम और अथर्व। इन वेदों के अंतिम भाग या तत्वज्ञान को उपनिषद और वेदांत कहते हैं। इसमें ईश्वर संबंधी बातों का उल्लेख मिलता है।...
View Articleचार वेद, जानिए किस वेद में क्या है...
वेद दुनिया के प्रथम धर्मग्रंथ है। इसी के आधार पर दुनिया के अन्य मजहबों की उत्पत्ति हुई जिन्होंने वेदों के ज्ञान को अपने अपने तरीके से भिन्न भिन्न भाषा में प्रचारित किया। वेद ईश्वर द्वारा ऋषियों को...
View Articleपुराणों का क्रम और उसके क्रम की महत्ता
वेद 4 हैं- यथाक्रम ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद। पुराण 18 हैं- यथाक्रम ब्रह्म, पद्म, वैष्णव, वायव्य (शैव), भागवत, नारद, मार्कण्डेय, आग्नेय, भविष्य, ब्रह्मवैवर्त, लैंग (लिंग), वराह, स्कंद, वामन,...
View Articleवेद खो गए, तो हिंदू भटक गए...
वेद संसार की प्रथम धार्मिक, वैज्ञानिक, सामाजिक और राजनीतिक पुस्तक है। वेदों में सबकुछ है। वेद से बाहर कुछ भी नहीं। वेदों को ईश्वर की वाणी माना जाता है। ईश्वर की इस वाणी के पहली बार चार ऋषियों ने सुना...
View Articleकितना प्राचीन है हिन्दू धर्मग्रंथ वेद, जानिए...
वेद मानव सभ्यता के लगभग सबसे पुराने लिखित दस्तावेज हैं। वेदों की 28 हजार पांडुलिपियां भारत में पुणे के 'भंडारकर ओरिएंटल रिसर्च इंस्टीट्यूट' में रखी हुई हैं। इनमें से ऋग्वेद की 30 पांडुलिपियां बहुत ही...
View Articleवेद का अर्थ और किसने सुने वेद, जानिए
''वह परम पुरुष जो निस्वार्थता का प्रतीक है, जो सारे संसार को नियंत्रण में रखता है, हर जगह मौजूद है और सब देवताओं का भी देवता है, एक मात्र वही सुख देने वाला है। जो उसे नहीं समझते वो दुःख में डूबे रहते...
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